The Ultimate Guide To shiv chalisa lyrics with meaning

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अर्थ- माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।

दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।।

अर्थ- हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।

भाल चन्द्रमा सोहत नीके । कानन कुण्डल नागफनी के॥

Hello there, my title is Pandit Radhe Krishna. I believe God is The one thing in everyday life we should dedicate our the perfect time to. Continue to keep visiting this site and retain chanting God's title.

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै ॥

अर्थ: हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्री राम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में कमल अर्पण कर रहे थे, तो आपके ईशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल को छुपा लिया। अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। get more info छवि को देख नाग मुनि मोहे॥

शिव आरती

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे । सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

किसी भी वजह से मन में कोई भय हो तो शिव चालीसा का पाठ करे।

कपालं त्रिशूलं कराभ्यां दधानं पदाम्भोजनम्राय कामं ददानम् ।

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